Monday, January 24, 2011

बहुत शुक्रिया ......

तू ख्वाब था मेरा अब तू आशियाँ है 
तू चाहत थी मेरी अब तू मेरा जहाँ है 
तू वो खजाना है जिसपर हक सिर्फ फ़रिश्ते रखते है 
मै फ़रिश्ता तो नहीं पर तुने समझा मुझे तेरे काबिल 
यह तेरी ही इनायत है,
तेरे साथ हर एक पल मे भी एक जिंदगी है 
तेरे साथ हर पत्थर भी एक कोहिनूर लगता है 
तेरा हर लफ्ज़ खुदा की इबादत है 
तेरी हर सांस मेरी जिंदगी की ज़रूरत है 
बस एक वादा तू करना मुझसे ,
जाना न कभी मुझसे दूर 
जो मै चला जाऊ कभी तो आंसू मत बहाना 
तेरे आंसुओ को देखकर दिल मेरा ही टूटेगा 
खुदा करे वो दिन न आये जब तेरे आंसू निकले और मैं पूछ न पाऊ
एक वादा मैं करता हु तुझसे,
आसमान बनके मै तेरे साथ रहूँगा
जिंदगी भर ही नहीं जिंदगी के बाद भी रहूँगा
धुप बनके जब तेरे गालों पर पडूंगा
तो समझना यह मैं ही हु और मुस्करा देना 
हवा बनकर तुझको सहला दूंगा ,
रात बनकर तुझे सुला दूंगा
दिन बनकर तुझे जगा दूंगा
तेरी हर सांस मै रहूँगा, तेरी हर धड़कन में मैं जिऊंगा
ज़िन्दग भर ही नहीं जिंदगी मै बाद भी तेरे साथ रहूँगा .

लिख दो.........

एक  बार  कर  के  ऐतबार  लिख  दो 

कितना  है  मुझ  से  प्यार  लिख  दो 

कटती  नहीं  या  ज़िन्दगी  अब  तरे बिना 

कितना  और  करों  इन्तिज़ार  लिख  दो 

तरस  रहे  हैं  बड़ी  मुद्दत  से 

इस  बार  अपनी  मुहब्बत  का  इज़हार  लिख  दो 

दीवानी  हों  जाये  पर  कर  हम 

कुछ  ऐसे   तुम  मरे  यार  लिख  दो 

ज़ादा  नहीं  लिख  सकते  तो  न  लिखो  तुम 

मुहब्बत  भरे  लफ्ज़  दो  चार  लिख  दो 

एक  बार  लिखो  मुहब्बत  हाय  तुम  से 

फिर  यही  जुमला  बार  बार  लिख  दो