भूलने वाले से कोई कह दे ज़रा ,
इस तरह याद आने से क्या फ़ायदा,
जब मेरे दिल की दुनिया बसाती नहीं ,
फिर ख्यालों में आने से क्या फ़ायदा .
क्या कहूं आपसे कितनी उमीदें थी ,
आप क्या बदले दुनिया बदल सी गयी .
आसरा दे के दिल तोड़ देते हैं मेरा ,
इस तरह सताने से क्या फ़ायदा .
चार तिनके जला के क्या मिल गया ,
मिट सका ना ज़माने से मेरा निशाँ .
मुझपे बिजली गिराओ तो जानू सही ,
आशिआने पर गिराने से क्या फैदा .
इस तरह याद आने से क्या फ़ायदा,
जब मेरे दिल की दुनिया बसाती नहीं ,
फिर ख्यालों में आने से क्या फ़ायदा .
क्या कहूं आपसे कितनी उमीदें थी ,
आप क्या बदले दुनिया बदल सी गयी .
आसरा दे के दिल तोड़ देते हैं मेरा ,
इस तरह सताने से क्या फ़ायदा .
चार तिनके जला के क्या मिल गया ,
मिट सका ना ज़माने से मेरा निशाँ .
मुझपे बिजली गिराओ तो जानू सही ,
आशिआने पर गिराने से क्या फैदा .